क्या आप SBI Fixed Deposit (FD) में निवेश करने की सोच रहे हैं? सही निवेश करने से पहले इन 7 जरूरी बातों को जानना बेहद जरूरी है! यह न सिर्फ आपको सही FD प्लान चुनने में मदद करेगा, बल्कि ज्यादा रिटर्न कमाने और अपने निवेश को सुरक्षित बनाने में भी फायदेमंद साबित होगा। पूरी जानकारी यहां पढ़ें और समझदारी से निवेश करें!"
दोस्तों, क्या आप भी अपने पैसे को सुरक्षित निवेश करके अच्छा रिटर्न कमाना चाहते हैं? अगर हां, तो SBI Fixed Deposit (FD) आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। सोचिए अगर आपका पैसा एक ऐसी जगह जमा हो, जहां न केवल यह सुरक्षित रहे, बल्कि समय के साथ बढ़ता भी जाए! लेकिन आपने कभी सोचा है कि FD में निवेश करने से पहले कुछ जरूरी बातों को जानना कितना अहम है? सीधी भाषा में कहें तो, बिना पूरी जानकारी के किया गया निवेश बाद में पछतावे की वजह बन सकता है। इसलिए, सही FD Scheme चुनना बेहद जरूरी है।
असल में यह बहुत आसान है, बस आपको FD से जुड़े कुछ अहम नियमों और शर्तों को समझने की जरूरत है। SBI अलग-अलग FD स्कीम्स Schemes ऑफर करता है, जिनकी Interest Rates, Maturity Period और Tax नियम अलग अलग होते हैं। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि अगर सही FD चुनी जाए, तो आप ज्यादा Interest Rate का लाभ उठा सकते हैं, Taxes बचा सकते हैं और अपने पैसे को लंबे समय तक सुरक्षित रख सकते हैं! लेकिन बिना सही जानकारी के निवेश करने से कई दिक्कतें हो सकती हैं, जैसे कि प्रीमैच्योर विदड्रॉल (Premature Withdrawal) पर जुर्माना लगना या कम Interest Rate मिलना।
क्या आप भी चाहते हैं कि आपका निवेश सही दिशा में जाए और आपको अधिक लाभ मिले? तो आइए जानते हैं वे 7 जरूरी बातें, जो SBI FD में निवेश करने से पहले आपको जरूर जाननी चाहिए। यह जानकारी न सिर्फ आपके फैसले को मजबूत बनाएगी, बल्कि आपको ज्यादा रिटर्न कमाने और किसी भी तरह की परेशानी से बचाने में मदद करेगी!
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SBI FD का वर्तमान ब्याज दर (Interest Rate) चेक करें :-
SBI Fixed Deposit (FD) एक बेहतरीन और सुरक्षित निवेश विकल्प है, लेकिन SBI FD interest rate समय समय पर बदलती रहती है। यह बदलाव बैंक के नियमों, बाजार की स्थिति और RBI (Reserve Bank of India) के फैसलों पर निर्भर करता है। जब बैंक या सरकार कोई नया नियम बनाती है या आर्थिक हालात (Economic Conditions) बदलते हैं, तो SBI FD interest rate भी बदल सकती है। इसलिए, निवेश करने से पहले Latest Interest Rate की जानकारी लेना बहुत जरूरी है।
यदि आप FD में निवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो यह जरूरी है कि आप Latest SBI FD interest rate की जानकारी प्राप्त करें, ताकि आपको अपने निवेश पर अधिकतम लाभ मिल सके। बिना सही ब्याज दर जाने किया गया निवेश आपके संभावित रिटर्न को प्रभावित कर सकता है, इसलिए निवेश से पहले interest rate की पुष्टि करना बहुत महत्वपूर्ण है।
Interest rate की सही update जानकारी प्राप्त करने के लिए आप SBI की website पर विजिट कर सकते हैं, जहां सभी योजनाओं की interest rate नियमित रूप से update की जाती हैं। इसके अलावा, यदि आप व्यक्तिगत रूप से जानकारी लेना चाहते हैं, तो SBI ब्रांच जाकर भी आप SBI FD interest rate और अन्य निवेश योजनाओं से संबंधित जरूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। कई बार बैंक कुछ खास समय के लिए FD पर ज्यादा ब्याज देता है। इसका मतलब है कि अगर आप उस समय FD करवाते हैं, तो आपको सामान्य से अधिक ब्याज मिल सकता है।
इसका फायदा उठाने के लिए आपको Latest interest rate की जानकारी रखना जरूरी है।
FD की अवधि (Tenure) कैसे चुनें? सही फैसला लें और ज्यादा मुनाफा पाएं!
SBI FD की अवधि कितनी होती है?
SBI Fixed Deposit (FD) की अवधि 7 दिन से 10 साल तक होती है। इसका मतलब है कि आप अपनी जरूरत के हिसाब से Short-Term FD या Long-Term FD चुन सकते हैं। अगर आपको जल्दी पैसों की जरूरत हो सकती है, तो Short-Term FD (7 दिन से 1 साल तक) एक अच्छा विकल्प हो सकता है। वहीं, अगर आप लंबे समय तक निवेश करके ज्यादा रिटर्न पाना चाहते हैं, तो Long-Term FD (1 साल से 10 साल तक) बेहतर रहेगी।
Short-Term और Long-Term FD में क्या फर्क है?
Short-Term FD में ब्याज दर थोड़ी कम हो सकती है, लेकिन यह उन लोगों के लिए फायदेमंद होती है, जिन्हें जल्दी पैसा चाहिए या जो बिना ज्यादा जोखिम के निवेश करना चाहते हैं। यह उन लोगों के लिए सही विकल्प है, जो थोड़े समय के लिए पैसा सुरक्षित रखना चाहते हैं और जरूरत पड़ने पर जल्द ही इस्तेमाल करना चाहते हैं। इसके अलावा, अगर आप बाजार की स्थिति देखकर बाद में दोबारा निवेश करना चाहते हैं, तो Short-Term FD एक अच्छा विकल्प हो सकता है। इससे आपको जल्दी पैसा मिल जाता है और जरूरत पड़ने पर आप नए ब्याज दर पर फिर से निवेश कर सकते हैं।
Long-Term FD में ब्याज दर अधिक होती है, इसलिए यह उन निवेशकों के लिए अच्छा विकल्प है जो लंबे समय तक पैसा सुरक्षित रखना चाहते हैं और ज्यादा रिटर्न कमाना चाहते हैं। यह खासतौर पर उन लोगों के लिए उपयोगी है, जो भविष्य के लिए बचत कर रहे हैं, जैसे Retirement Planning या बच्चों की पढ़ाई के लिए। हालांकि, Long-Term FD में समय से पहले पैसा निकालने पर Penalty लग सकती है, इसलिए निवेश से पहले अपनी जरूरतों के अनुसार सही विकल्प चुनना जरूरी है।
सही FD अवधि कैसे चुनें?
FD की अवधि चुनते समय अपनी जरूरतों और Financial प्लानिंग को ध्यान में रखना बहुत जरूरी है। अगर आपको बीच में पैसों की जरूरत पड़ सकती है, तो बहुत लंबी अवधि की FD लेना नुकसानदायक हो सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि समय से पहले प्रीमैच्योर विदड्रॉल (Premature Withdrawal) करने पर आपको कम ब्याज मिल सकता है या फिर पेनल्टी भी देनी पड़ सकती है। इसलिए, निवेश करने से पहले यह जरूर सोचें कि आपको पैसा कब और कितनी जरूरत पड़ सकती है।
हमेशा Latest SBI FD interest rate चेक करें और उसी के हिसाब से सही अवधि चुनें, ताकि आपको ज्यादा फायदा हो। अगर आपको लंबे समय तक पैसों की जरूरत नहीं है और आप ज्यादा रिटर्न चाहते हैं, तो Long-Term FD सही विकल्प हो सकती है। वहीं, अगर आपको जल्दी पैसा चाहिए, तो Short-Term FD बेहतर होगी। सही योजना और जानकारी के साथ निवेश करने से आपका पैसा सुरक्षित रहेगा और आपको अच्छा लाभ मिलेगा।
SBI में अलग-अलग FD स्कीम्स की तुलना करें :-
SBI विभिन्न प्रकार की FD Schemes ऑफर करता है, जो अलग अलग जरूरतों के अनुसार बनाए गए हैं।
Regular FD
यह सबसे आम Fixed Deposit स्कीम है, जिसमें आप 7 दिन से 10 साल तक के लिए पैसा जमा कर सकते हैं। इसमें Interest Rate फिक्स होती है, यानी आपको पहले से पता होता है कि maturity पर कितना रिटर्न मिलेगा। यह उन लोगों के लिए अच्छा विकल्प है, जो बिना जोखिम के अपना पैसा सुरक्षित रखना और उस पर निश्चित ब्याज कमाना चाहते हैं। maturity के बाद आपको जमा किया हुआ पैसा और उस पर अर्जित ब्याज एक साथ मिल जाता है।
Tax Saving FD
Tax Saving FD उन निवेशकों के लिए एक अच्छा विकल्प है, जो Long-Term के लिए पैसा निवेश करना चाहते हैं और साथ ही Tax बचत भी करना चाहते हैं। इस Fixed Deposit स्कीम में 5 साल की Lock-in Period होती है, यानी इसमें जमा किए गए पैसे को 5 साल से पहले नहीं निकाला जा सकता। यह Income Tax की धारा 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक की Tax छूट प्रदान करता है, जिससे आपका Tax बोझ कम हो सकता है। हालांकि, इस FD की सबसे बड़ी शर्त यही है कि इसमें प्रीमैच्योर विदड्रॉल (Premature Withdrawal) संभव नहीं होता, इसलिए निवेश करने से पहले यह सोच लेना जरूरी है कि आपको कब और कितना पैसा चाहिए, ताकि बाद में कोई परेशानी न हो।
Senior Citizen FD
Senior Citizen FD खास तौर पर उन लोगों के लिए बनाई गई है, जिनकी उम्र 60 साल या उससे ज्यादा है। यह FD स्कीम वरिष्ठ नागरिकों को रेगुलर FD से ज्यादा ब्याज देती है, जिससे उन्हें अपने Retirement के बाद अधिक फायदा मिलता है। आमतौर पर, SBI और अन्य बैंकों में वरिष्ठ नागरिकों को 0.50% तक अतिरिक्त ब्याज मिलता है, जिससे उनका निवेश और सुरक्षित हो जाता है। इस FD में भी 7 दिन से 10 साल तक की अवधि होती है, यानी निवेशक अपनी जरूरत के अनुसार कोई भी समय चुन सकते हैं। अगर कोई retire व्यक्ति अपनी बचत को सुरक्षित रखना चाहता है और उस पर अच्छा रिटर्न पाना चाहता है, तो यह FD एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। इसके अलावा, जो लोग हर महीने, तीन महीने या साल में एक बार ब्याज पाना चाहते हैं, वे इस FD में ऐसा विकल्प चुन सकते हैं। यह स्कीम उन वरिष्ठ नागरिकों के लिए बहुत उपयोगी है, जो बिना जोखिम के अपनी बचत पर ज्यादा ब्याज पाना चाहते हैं और अपने भविष्य को आर्थिक रूप से सुरक्षित बनाना चाहते हैं।
SBI Annuity FD
SBI Annuity FD उन लोगों के लिए एक अच्छा विकल्प है, जो हर महीने एक Fixed Amount पाना चाहते हैं। इस स्कीम में आपको शुरुआत में कुल राशि जमा करनी होती है, और इसके बाद बैंक उस पर मिलने वाले ब्याज और मूलधन का एक हिस्सा हर महीने आपको देता है। यह एक तरह से Pension जैसी होती है, जिससे नियमित आय बनी रहती है। इस FD की अवधि 3 साल, 5 साल, 7 साल या 10 साल तक हो सकती है, और आपकी मासिक किस्तें उसी के अनुसार तय होती हैं। यह स्कीम खासकर रिटायर्ड लोगों या उन निवेशकों के लिए फायदेमंद हो सकती है, जो अपनी बचत से हर महीने एक निश्चित इनकम चाहते हैं। साथ ही, इसमें मिलने वाली मासिक राशि Interest Rate पर निर्भर करती है, इसलिए निवेश करने से पहले Latest दरें जरूर चेक करें। यह FD उन लोगों के लिए बेहतर है, जो अपने भविष्य को आर्थिक रूप से सुरक्षित बनाना चाहते हैं और बिना किसी जोखिम के एक स्थिर इनकम की योजना बना रहे हैं।
SBI मल्टी ऑप्शन FD
SBI मल्टी ऑप्शन FD उन लोगों के लिए एक बेहतरीन स्कीम है, जो FD की सुरक्षा और सेविंग अकाउंट की सुविधा दोनों चाहते हैं। इस स्कीम में आपको एक Fixed Deposit (FD) खोलनी होती है, लेकिन जरूरत पड़ने पर आप इसमें से कुछ पैसा निकाल सकते हैं, ठीक वैसे ही जैसे Saving Account से निकाला जाता है। खास बात यह है कि जो पैसा आप नहीं निकालते, वह FD में जमा रहता है और उस पर ब्याज मिलता रहता है। यानी अगर आपको अचानक पैसों की जरूरत पड़ जाए, तो पूरी FD तोड़ने की जरूरत नहीं होती, बल्कि आप उतना ही पैसा निकाल सकते हैं, जितना जरूरी हो। इससे आपको FD के फायदे भी मिलते हैं और जरूरत के समय पैसों की कमी भी नहीं होती। यह स्कीम खासकर उन लोगों के लिए अच्छी है, जो Emergency Fund रखना चाहते हैं, लेकिन साथ ही अपने पैसे पर ज्यादा ब्याज भी कमाना चाहते हैं। निवेश करने से पहले SBI FD Interest Rate जरूर चेक करें, ताकि आपको सही जानकारी मिल सके और आपका निवेश ज्यादा फायदेमंद हो।
इन सभी FD Scheme के फायदे और शर्तों को समझकर ही सही योजना चुनें, ताकि आपका निवेश ज्यादा फायदेमंद हो।
जानें कौन सा ब्याज भुगतान तरीका आपके लिए बेस्ट है :-
जब आप SBI FD में पैसा जमा करते हैं, तो आपको ब्याज मिलने के दो तरीके मिलते हैं – Cumulative FD और Non-Cumulative FD। इन दोनों को समझना जरूरी है, ताकि आप अपनी जरूरत के अनुसार सही विकल्प चुन सकें।
Cumulative FD एक ऐसा विकल्प है, जहां आपका ब्याज हर साल बढ़ता रहता है और आखिर में Maturity पर आपको पूरा पैसा ब्याज समेत एक साथ मिलता है। सोचिए, अगर आप कुछ सालों के लिए निवेश करते हैं और उस पर हर साल ब्याज जुड़ता रहे, तो आपको अच्छा खासा रिटर्न मिल सकता है। अगर आपको अभी ब्याज की जरूरत नहीं है और आप अपने भविष्य के लिए एक मजबूत फंड बनाना चाहते हैं, तो यह बेहतरीन विकल्प हो सकता है। खासकर उन लोगों के लिए, जो Long-Term तक पैसा बचाकर रखना चाहते हैं और ज्यादा मुनाफा कमाना चाहते हैं।
Non-Cumulative FD में आपको ब्याज हर महीने, तीन महीने, छह महीने या साल में एक बार मिल सकता है। यह उन लोगों के लिए फायदेमंद होता है, जिन्हें FD से नियमित आय (Regular Income) चाहिए, जैसे रिटायर्ड लोग या वे लोग जिन्हें हर महीने खर्च के लिए पैसे की जरूरत होती है। हालांकि, इसमें कुल ब्याज Cumulative FD से थोड़ा कम मिलता है, क्योंकि ब्याज पहले ही निकाला जाता है। इसलिए, अपनी जरूरत के हिसाब से सही FD चुनें।
Non-Cumulative FD उन लोगों के लिए एक बढ़िया विकल्प है, जिन्हें अपनी निवेश राशि पर Regular Income चाहिए। इसमें आपको ब्याज हर महीने, तीन महीने (Quarterly), छह महीने (Half-Yearly) या साल में एक बार मिल सकता है। यह खासकर Retired लोगों के लिए फायदेमंद होता है, जिन्हें हर महीने अपने खर्च के लिए पैसों की जरूरत होती है।
हालांकि, इसमें कुल ब्याज थोड़ा कम मिलता है, क्योंकि इसे समय समय पर निकाला जाता है, जबकि Cumulative FD में ब्याज जुड़ता रहता है और बड़ा रिटर्न मिलता है। इसलिए, अगर आपको हर महीने इनकम चाहिए, तो Non-Cumulative FD सही है, लेकिन अगर आप लंबे समय तक ज्यादा रिटर्न चाहते हैं, तो Cumulative FD बेहतर हो सकता है। अपनी जरूरतों के हिसाब से समझदारी से फैसला लें, ताकि आपका निवेश सुरक्षित और फायदेमंद रहे।
FD पर टैक्स और TDS का पूरा खेल समझें :-
SBI FD पर मिलने वाले ब्याज (Interest) पर TDS (Tax Deducted at Source) लागू होता है, यानी बैंक आपके ब्याज से पहले ही कुछ Tax काट लेता है। अगर किसी साल में आपका कुल ब्याज ₹40,000 ओर वरिष्ठ नागरिकों (Senior Citizen) के लिए ₹50,000 से ज्यादा हो जाता है, तो बैंक 10% TDS काट लेता है। अगर आपने बैंक में अपना PAN (Permanent Account Number) नहीं दिया है, तो बैंक 20% TDS काट सकता है। इसलिए, निवेश करने से पहले यह जानना जरूरी है कि TDS आपके कुल रिटर्न को कैसे प्रभावित करेगा।
लेकिन चिंता की कोई बात नहीं! अगर आपकी आय Income Tax के दायरे में नहीं आती, तो आप Form 15G (For Regular Investors) या Form 15H (For Senior Citizens) भरकर TDS कटने से बच सकते हैं। यह एक आसान प्रक्रिया है, जिससे आपके ब्याज पर कोई tax नहीं कटेगा और पूरी रकम आपको मिलेगी। इसलिए, अगर आपकी Taxable Income नहीं है, तो यह फॉर्म जरूर भरें, ताकि आपको बिना किसी tax के पूरा ब्याज मिल सके।
इसके अलावा, अगर बैंक ने पहले से ही TDS काट लिया है, तो आप ITR (Income Tax Return) फाइल करके रिफंड का दावा कर सकते हैं। कई लोग इस प्रक्रिया को मुश्किल मानते हैं, लेकिन सही जानकारी होने पर यह बहुत आसान हो जाता है। इसलिए, SBI FD में निवेश करने से पहले Tax और TDS से जुड़ी सभी बातों को समझ लें, ताकि आपका निवेश पूरी तरह से सुरक्षित और फायदेमंद बन सके।
समय से पहले FD तोड़ने (Premature Withdrawal) के नियम जानें :-
कभी कभी जिंदगी हमें ऐसे मोड़ पर ले आती है, जब अचानक पैसों की जरूरत पड़ जाती है। Medical Emergency, किसी जरूरी खर्च या किसी Unexpected Situation में अगर आपका पैसा FD में जमा है, तो उसे समय से पहले तोड़ना ही एकमात्र विकल्प नजर आता है। लेकिन ठहरिए! बिना सोचे समझे FD तोड़ना सही फैसला नहीं हो सकता। इसके नियमों और Penalty को पहले अच्छे से समझ लें, ताकि आपका मेहनत से कमाया हुआ पैसा सुरक्षित रहे और आपको बेवजह का नुकसान न उठाना पड़े।
अगर आप अपनी FD Maturity से पहले तोड़ते हैं, तो बैंक आपसे 0.50% से 1% तक Penalty चार्ज करता है। इसका मतलब है कि जो ब्याज आपको मिलना था, उसमें से कुछ कट जाएगा। यह कमी आपकी FD के समय और बैंक के नियमों पर निर्भर करती है। मतलब, अगर आपको अचानक पैसों की जरूरत पड़ गई और आप FD तोड़ते हैं, तो सोचे गए रिटर्न से थोड़ा कम मिल सकता है। इसलिए, FD करते समय ही यह प्लान कर लें कि क्या आपको बीच में पैसे की जरूरत पड़ सकती है या नहीं।
कुछ FD स्कीम्स ऐसी होती हैं जिनमें समय से पहले पैसा नहीं निकाला जा सकता, जैसे Tax-Saving FD जिसमें 5 साल तक Lock-in Period होता है। सोचिए, अगर अचानक कोई बड़ा खर्च आ जाए और आपका पैसा FD में फंसा हो, तो मुश्किल हो सकती है। इसलिए, हमेशा अपनी जरूरतों के हिसाब से FD चुनें और यह तय करें कि आपको भविष्य में पैसों की जरूरत पड़ सकती है या नहीं।
SBI FD में बिना झंझट Auto-Renewal और तुरंत लोन की सुविधा उठाएं :-
SBI FD में Auto-Renewal की सुविधा मिलती है, जिससे आपकी FD Maturity पूरी होने के बाद खुद-ब-खुद नए कार्यकाल के लिए Renewal हो जाती है। अगर आप समय पर FD का Renewal करना भूल जाते हैं, तो यह सुविधा बहुत काम आती है। इससे आपका पैसा लगातार निवेशित रहता है और आपको बिना किसी रुकावट के ब्याज मिलता रहता है। हालांकि, Auto-Renewal से पहले बैंक की ब्याज दरें जरूर चेक कर लें, क्योंकि नई FD पर ब्याज दर पहले से कम हो सकती है। अगर आपको अभी पैसों की जरूरत नहीं है और आप लंबे समय तक निवेश करना चाहते हैं, तो यह सुविधा आपके लिए फायदेमंद हो सकती है।
इसके अलावा, SBI आपको FD के बदले लोन लेने की सुविधा भी देता है, जिससे आप अपनी FD को तोड़े बिना 90% तक लोन ले सकते हैं। यह उन लोगों के लिए बेहद मददगार है, जिन्हें अचानक पैसों की जरूरत पड़ जाती है, लेकिन वे अपनी बचत को प्रभावित नहीं करना चाहते। इस लोन का ब्याज दर आमतौर पर FD के ब्याज दर से थोड़ा अधिक होता है, लेकिन यह Personal Loan या Credit Card से सस्ता पड़ता है। अगर आप इस सुविधा का सही इस्तेमाल करते हैं, तो आप अपनी Financial जरूरतों को पूरा कर सकते हैं और साथ ही अपनी FD पर मिलने वाले ब्याज का भी फायदा उठा सकते हैं।
निष्कर्ष (Conclusion) :-
SBI FD में निवेश से पहले इन 7 बातों को समझना बहुत जरूरी है ताकि आप सही योजना चुन सकें और अपने निवेश का अधिकतम लाभ उठा सकें। सही अवधि चुनना, ब्याज दर को समझना, टैक्स और TDS की जानकारी रखना, समय से पहले FD तोड़ने के नियम जानना, Auto-Renewal और Loan Against FD जैसी सुविधाओं का लाभ उठाना ये सभी चीजें आपके Financial Decision को और बेहतर बना सकती हैं। अगर आप इन पहलुओं पर ध्यान देते हैं, तो न सिर्फ आपका पैसा सुरक्षित रहेगा, बल्कि आपकी बचत और भी ज्यादा बढ़ेगी।
हर निवेश का मकसद भविष्य को सुरक्षित बनाना होता है। इसलिए, जल्दबाजी में कोई फैसला न करें। अपनी जरूरतों और लक्ष्यों को ध्यान में रखकर सही FD स्कीम चुनें। अगर आपको नियमित आय चाहिए, तो Non-Cumulative FD लें, और अगर आप लंबी अवधि में ज्यादा रिटर्न चाहते हैं, तो Cumulative FD आपके लिए बेहतर है। सही जानकारी और समझदारी से किया गया निवेश ही असली सफलता की कुंजी है!
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SBI FD से जुड़े FAQs
SBI में FD कितने दिन की होती है?
SBI में FD की अवधि (Tenure) 7 दिन से 10 साल तक होती है। आप अपनी जरूरत के अनुसार Short-Term FD (7 दिन से 1 साल तक) या Long-Term FD (1 साल से 10 साल तक) चुन सकते हैं।
SBI FD पर ब्याज दर कितनी है?
SBI FD पर ब्याज दर (Interest Rate) बाजार और RBI नीतियों के अनुसार बदलती रहती है। ताजा ब्याज दर जानने के लिए SBI की आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करें।
क्या SBI में FD करने पर टैक्स कटता है?
हाँ, यदि किसी वित्तीय वर्ष में FD पर अर्जित ब्याज ₹40,000 (वरिष्ठ नागरिकों के लिए ₹50,000) से अधिक हो जाता है, तो 10% TDS (Tax Deducted at Source) कटता है। यदि PAN जमा नहीं किया गया हो, तो TDS 20% हो सकता है।
SBI में सबसे ज्यादा ब्याज किस FD पर मिलता है?
SBI Senior Citizen FD और कुछ विशेष FD स्कीम्स (जैसे SBI WeCare FD) पर रेगुलर FD की तुलना में अधिक ब्याज दर मिलती है। अधिक ब्याज पाने के लिए लंबी अवधि (5 से 10 साल) की FD का विकल्प चुन सकते हैं।
क्या SBI FD को समय से पहले तोड़ा जा सकता है?
हाँ, लेकिन प्रीमैच्योर विदड्रॉल (Premature Withdrawal) पर 0.50% से 1% तक पेनल्टी लग सकती है। कुछ FD स्कीम्स में यह सुविधा नहीं होती, इसलिए निवेश से पहले शर्तें (Terms & Conditions) जरूर पढ़ें।
क्या SBI FD पर लोन लिया जा सकता है?
हाँ, SBI Loan Against FD की सुविधा देता है, जिसमें आप अपनी FD राशि का 90% तक लोन ले सकते हैं। यह सुविधा अचानक पैसों की जरूरत पड़ने पर काफी मददगार होती है।
क्या SBI FD Auto-Renewal होती है?
हाँ, अगर FD की मेच्योरिटी (Maturity) पर आपने कोई निर्देश नहीं दिया है, तो बैंक Auto-Renewal कर देता है। हालांकि, यह सुविधा सभी FD स्कीम्स में उपलब्ध नहीं होती।
क्या SBI FD पर मासिक ब्याज लिया जा सकता है?
हाँ, अगर आप Non-Cumulative FD चुनते हैं, तो आपको हर महीने, तिमाही, छमाही या सालाना ब्याज (Payout Option) मिल सकता है। यह खासतौर पर उन लोगों के लिए फायदेमंद है, जिन्हें नियमित आय (Regular Income) की जरूरत होती है।
क्या SBI में 5 साल की FD पर टैक्स बचता है?
हाँ, SBI Tax Saving FD स्कीम में निवेश करने पर आप Income Tax की धारा 80C के तहत ₹1.5 लाख तक की छूट का लाभ ले सकते हैं। लेकिन इसमें 5 साल की लॉक-इन अवधि होती है, यानी समय से पहले पैसा नहीं निकाला जा सकता।
क्या बिना बैंक जाए ऑनलाइन SBI FD खोली जा सकती है?
हाँ, अगर आपके पास SBI का Net Banking या YONO App है, तो आप घर बैठे ऑनलाइन FD खोल सकते हैं।